उच्चतर माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि एंव मानसिक सवास्थ्य के मध्य सहसम्बन्ध का अध्ययन | Original Article
प्रस्तुत शोधपत्र में उच्चतर माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि एंव मानसिक स्वास्थ्य के मध्य सहसम्बन्ध का अध्ययन किया गया। इस शोध कार्य में हमने उच्चतर माध्यमिक स्तर के विद्यालयों से 100 विद्यार्थियों को न्यादर्श के रूप में चुना है। जिसमें 50 छात्र एंव 50 छात्राओं का समूह है। आंकडों के संकलन के लिए उपकरण के रूप में एस.के. वर्मा का मानसिक स्वास्थ्य एंव शैक्षिक उपलब्धि मापन के लिए शैक्षिक रिकार्ड का प्रयोग किया गया। प्रस्तुत शोध कार्य से हमें यह निष्कर्ष प्राप्त हुआ है। कि उच्चतर माध्यमिक स्तर के छात्र एंव छात्राओं के शैक्षिक उपलब्धि एंव मानसिक स्वास्थ्य में कोई सार्थक अंतर नही होता है। उच्चतर माध्यमिक स्तर के मानसिक स्वास्थ्य एंव शैक्षिक उपलब्धि में सार्थक सह सम्बध होता है। इससे यह परिणाम प्राप्त होता है। प्रत्येक माता-पिता यह चाहते है कि उनका बालक कक्षा में हमेशा प्रथम आए और वह बालक पर हमेशा दबाव बनाए रखते है। इससे बालक के अंदर मानसिक तनाव जन्म लेता है। और तनाव बढ़ता रहता है। मानसिक तनाव चरम पर पहुॅच जाता है जिससे बालक के अंदर नकारात्मक विचारों की उत्पति होती है और वातावरण के साथ समायोजन नही कर पाता है। उसका मानसिक सवास्थ्य इतना गिर जाता है कि वह आत्महत्या जैसे कदम भी उठा लेता है।